बिहार के किसानों के लिए मक्के का नया संकर बीज, बायर ने पेश किया अधिक उपज वाला डेकाल्ब® संकर मक्का: DKC 9188, आगामी रबी सीजन में बिहार के मक्का किसानों के लिए मददगार होगा DKC 9188

·       DKC 9188 का संकरण, विकास और इससे जुड़ा अनुसंधान भारत में हुआ है और ज्यादा पैदावार देने की प्रमाणिकता के साथ यह  सर्वोत्तम उत्पाद है, जो किसानों की आय बेहतर करने में सहायक होगा

पटना, 12 अक्टूबर, 2020: भारतीय कृषि जगत की अग्रणी कंपनी बायर क्रॉपसाइंस ने बिहार में मक्का उगाने वाले प्रगतिशील किसानों के लिए अधिक उपज देने वाला संकर मक्का बीज ‘DKC 9188’ पेश किया है। DKC 9188 की बदौलत किसान आगामी रबी सीजन में बेहतर गुणवत्ता वाले मक्के की ज्यादा पैदावार की उम्मीद कर सकते हैं।

भारत में मक्के की खेती लगभग 90 लाख हेक्टेयर में होती है और यह देश में अनाज की तीसरी सबसे बड़ी (चावल और गेहूं के बाद) फसल है। एक मुख्य अनाज के रूप में प्रयोग होने के अलावा, मक्के का उपयोग पशु आहार, जैव ईंधन एवं औद्योगिक खाद्य उत्पादों की श्रेणी में भी होता है। इस प्रकार मक्का भारत की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा की दृस्टि से एक महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। भारत में प्रतिवर्ष लगभग 2.7 करोड़ टन मक्के का उत्पादन होता है। यहां की औसत उत्पादकता 3 टन प्रति हेक्टेयर है, जबकि विश्व की औसत पैदावार लगभग 5.8 टन प्रति हेक्टर है I अमेरिका, औसतन 11 मीट्रिक टन प्रति हैक्टर उत्पादन के साथ विश्व का अग्रणी मक्का उत्पादक देश है I

बिहार अपनी उपजाऊ मिट्टी एवं मेहनती किसानों की बदौलत भारत का अग्रणी मक्का उत्पादक राज्य है, जिसका रबी अनाज के उत्पादन में लगभग दो तिहाई योगदान है । बिहार के मक्का किसान लगभग 10 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर से ज्यादा की पैदावार लेते हैं, जो भारत की औसत मक्का उत्पादकता से कहीं अधिक है एवं संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के उत्पादन स्तर के काफी करीब है। भारत की समग्र मक्का उत्पादकता बढ़ाने एवं संवहनीय कृषि आय सुनिश्चित करने के लिए किसानों को ज्यादा उपज वाले संकर बीज एवं अच्छे फसल प्रबंधन की आवश्‍यकता है, ताकि बीमारियों और कीड़ों से होने वाले नुकसान को रोका जा सके।

DKC 9188 बायर की नवीनतम पेशकश है, जो किसानों के भरोसेमंद डिकालब ब्रांड का हिस्सा है । बायर क्रॉपसाइंस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर साइमन वीबुश ने मक्के के इस नए संकर बीज के बारे में कहा “अपनी उच्च उपज क्षमता, व्यापक अनुकूलन क्षमता एवं मजबूत पौधों के साथ DKC 9188 बिहार के प्रगतिशील किसानों को उनके मक्के की पैदावार बढ़ाने और भारत के राष्ट्रीय मक्का उत्पादन में बिहार का योगदान बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। मक्का उत्पादन एवं नई तकनीकों को अपनाने के मामले में बिहार राज्य के किसान पहले से ही अग्रणी हैं। बायर  इस नए संकर बीज और फसल सुरक्षा उत्पादों के साथ-साथ एकीकृत फसल समाधानों के जरिए किसानों को उच्च उत्पादकता और प्रति एकड़ ज्यादा मुनाफे की प्राप्ति में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

बायर भारत में 25 डेकाल्ब® संकर बीजों की मार्केटिंग (विपणन) करता है। इन सभी संकर बीजों को खासतौर पर भारत की विविधता पूर्ण कृषि एवं जलवायु परिस्थितियों को ध्यान में रखकर संकरित एवं विकसित किया गया है I अन्य संकर बीजों की तुलना में DKC 9188 के पौधे ज्यादा मजबूत , प्रबल स्थिरता एवं उच्च उपज छमता देने में सछम हैं। DKC 9188 के भुट्टे एक समान, लंबे एवं चमकदार दाने वाले होते हैं। यह नया संकर बीज कई प्रकार की मिट्टियों, बुवाई के व्यापक तरीकों के अनुकूल है। जिसकी बुवाई किसान अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं। DKC 9188,15 अक्टूबर के बाद बुआई के लिए उपयुक्त है, जो प्रतिकूल मौसम में भी किसानों को बेहतर मुनाफा देने में सछम है। ends

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